नाथ साहित्य की प्रवृत्तियाँ, प्रमुख नाथ, विशेषता, कवि और रचनायें
नाथ साहित्य ‘नाथ’ का शाब्दिक अर्थ ‘स्वामी या संरक्षक’ के रूप में ‘तैतरीय उपनिषद् या अथर्ववेद’ में मिलता है। नाथो …
नाथ साहित्य ‘नाथ’ का शाब्दिक अर्थ ‘स्वामी या संरक्षक’ के रूप में ‘तैतरीय उपनिषद् या अथर्ववेद’ में मिलता है। नाथो …