आचार्य विश्वनाथप्रसाद मिश्र के अनुसार रीतिकाल के तीन (3) भागों में बाँटा गया है
Table of Contents
रीतिकाल के प्रमुख भाग
क्र.सं. | रीतिकाल के भाग |
1 | रीतिबद्ध |
2 | रितिसिद्ध |
3 | रीतिमुक्त |
प्रमुख रीतिबद्ध कवि और रचनाएं
भक्तिकाल के प्रमुख सम्प्रदाय, प्रवर्तक, दर्शन, गुरु और शिष्य
क्र.सं. | रीतिबद्ध कवि | प्रमुख रचनाएं (ईस्वी में) |
1 | केशवदास-1555 | रसिक प्रिया-1591, कवि प्रिया-1601, रामचंद्रिका-1601, रत्न बावनी-1607, वीर सिंह देव चरित-1601, विज्ञान गीता-1610, जहांगीर जस चंद्रिका-1612 |
2 | चिंतामणि त्रिपाठी-1609 | कवि कल्पतरु-1650, रस विलास, छंद विलास, काव्य विवेक, रामायण रस मंजरी, |
3 | मतिराम-1604 | ललित ललाम-1633, छंद सार, फूल मंजरी, मतिराम सतसई |
4 | भूषण-1613 | शिवराज भूषण, छत्रसाल दशक, शिक्षा बावनी, भूषण उल्लास, दूषण उल्लास, भूषण हजारा |
5 | जसवंत सिंह | भाषा भूषण, प्रबोध चंद्रोदय |
6 | भिखारीदास | रस सारांश/सार, छंदोवर्ण पिंगल, काव्य निर्णय, श्रंगार निर्णय, अमर प्रकाश/ शब्द प्रकाश, शतरंज शतिका, विष्णु पुराण भाषा, |
7 | देव-1673 | भाव विलास-1689, अष्टयाम, शब्द रसायन/काव्य रसायन, रस विलास, जाति विलास, देव शतक, देव चरित्र, भवानी विलास, कुशल विलास, प्रेम चंद्रिका, सुजान विनोद, सुख सागर तरंग, देवमाया प्रपंच |
8 | पद्माकर-1753 | प्रताप सिंह विरुदावली, हिम्मत बहादुर विरुदावली, पद्माभरण, जगदविनोद, गंगा लहरी, प्रबोध पचासा, राम रसायन, कलि पच्चीसी, ईश्वर पच्चीसी, अलीजा प्रकाश |
9 | प्रताप साही-1823 | काव्य विलास, जय सिंह प्रकाश, श्रंगार मंजरी, अलंकार चिंतामणि |
10 | रसलीन(सैयद गुलाम नबी) | अंग दर्पण-1737, रस प्रबोध-1741 |
11 | कालिदास त्रिवेदी | कालिदास हजारा, राधामानव बुधमिलन, वरवधु विनोद |
12 | रसिक सुमति | अलंकार चंद्रोदय-1729 |
13 | दुलह | कविकुल कंठाभरण |
14 | गिरिधर दास | भारती भूषण |
15 | मंडन | रस रसनावली, रस विलास, नखशिख, काव्य रत्न, नैन पचासा, जनक पच्चीसी |
16 | राम सहाय | व्रत तरंगिणी, अलंकार प्रकाश, वाणी भूषण |
प्रमुख रीतिसिद्ध कवि और रचनाएं
भक्तिकाल के प्रमुख सम्प्रदाय, प्रवर्तक, दर्शन, गुरु और शिष्य
क्र.सं. | रीतिसिद्ध कवि | प्रमुख रचनाएं |
1 | दशरथ | वृत विचार-1799 |
2 | सेनापति-1589 | कवित्त रत्नाकर-1599, काव्य कल्पद्रुम |
3 | बिहारी-1595 | बिहारी सतसई-1662 |
4 | रसनिधि (पृथ्वीसिंह) | रत्न हजारा, विष्णुपद कीर्तन, कवित्त, बाहरमासा, रसनिधि सागर, हिंडोला |
5 | कृष्ण कवि | बिहारी सतसई पर टीका, विदुर-प्रजागर |
6 | पजनेस | पजनेस प्रकाश, नखशिख, सात शतक |
प्रमुख रीतिमुक्त कवि और रचनाएं
क्र.सं. | रीतिमुक्त कवि | प्रमुख रचनाएं |
1 | घनानन्द | सूजान हित्/सुजान सागर, कृपाकन्द, वियोग बेलि, इश्कलता, गृहलीला, कोकसागर, रस केलीवल्ली, |
2 | आलम | आलमकेलि, माधवानल काम कंदला, सुदामा चरित, श्यामस्नेही |
3 | ठाकुर | ठाकुर ठसक, ठाकुर शतक |
4 | बोध | विरह वारीश, इश्कनामा |
5 | द्विजदेव | श्रंगार लतिका, श्रंगार बतीसी |
भ्रमरगीत काव्य परम्परा, सूफी काव्याधारा, अष्टछाप के कवि और बीजक
रसविषयक ग्रंथ
क्र.सं. | कवि | रसविषयक ग्रंथ |
1 | तोष | सुधानिधि |
2 | मतिराम | रसराज |
3 | देव | रसविलास, सुख सागर तरंग |
4 | भिखारीदास | रस सारांश, श्रंगार निर्णय |
5 | रसलीन | रसप्रबोध |
6 | पद्माकर | जगद्विनोंद |
7 | बेनिप्रवीन | नवरसतरंग |
8 | प्रतापसाही | व्यंगारथ कौमुदी |
अलंकार ग्रंथ
क्र.सं. | कवि | अलंकार ग्रंथ |
1 | जसवंत सिंह | भाषा भूषण |
2 | मतिराम | ललीर ललाम, अलंकार पंचाचिका |
3 | भूषण | शिवराज भूषण |
4 | श्री धर कवि | भाषा भूषण |
5 | रसिक सुमति | अलंकार चंद्रोदय |
6 | रघुनाथ | रसिक मोहन |
7 | गोविंद कवि | कर्णाभरण |
8 | दुलह | कविकूलकंठाभरण |
9 | ऋषि नाथ | अलंकारमणि मंजरी |
10 | रामसिंह | अलंकार दर्पण |
11 | पद्माकर | पदमाभरण |
12 | गिरिधर दास | भारतभूषण |
काव्यांग निरूपक ग्रंथ
क्र.सं. | कवि | काव्यांग निरूपक ग्रंथ |
1 | चिंतामणि | कवीकुलकल्पतरु |
2 | कुलपति | रसरहस्य |
3 | देव | काव्यरसायन, शब्द रसायन |
4 | सुरतिमिश्र | काव्यसिद्धांत |
5 | कुमारमणि | रसिकरसाल |
6 | श्रीपति | काव्यसरोज |
7 | सोमनाथ | रस पीयूषनिधि |
8 | भिखारीदास | काव्य निर्णय |
9 | रूपसिंह | रूपविलास |
10 | जनराज | कविता रसविनोद |
11 | जगतसिंह | साहित्य सुधानिधि |
12 | रणवीर सिंह | कवीरत्नाकर |
13 | प्रतापसाही | काव्य विलास |
14 | थान कवि | दलेल प्रकाश |
15 | रत्न कवि | फतहप्रकाश |
पिंगल या छंद निरूपक ग्रंथ
क्र.सं. | कवि | पिंगल या छंद निरूपक ग्रंथ |
1 | केशवदास | छंद माला |
2 | चिंतामणि | पिंगल |
3 | मतिराम | छंदसार |
4 | सुखदेव मिश्र | वृतविचार |
5 | माखन | श्रीनाग पिंगल, छंदविलास |
6 | जयकृष्ण भुजंग | पिंगल रूपदीपभाषा |
7 | भिखारीदास | छंदोंवर्ण |
8 | नारायणदास | छंदसार |
9 | दशरथ | वृतविचार |
10 | नंदकिशोर | पिंगल प्रकाश |
11 | चेतन | लघु पिंगल |
12 | रामसहाय | वृततरंगिणी |
13 | हरिदेव | छंदपयोनिधि |
14 | अयोध्या वाजपेयी | छंदानन्दपिंगल |
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सर्वमान्य रूप से रीतिकाल का प्रवर्तक कोन है
केशव
आ. शुल्क के अनुसार रीतिकाल का प्रवर्तक कोन है
चिंतामणि